आसुरी लक्ष्मी देवी मंत्र साधना

Asuri Mantra Sadhana


आसुरी लक्ष्मी मंत्र कवच
प्रत्येक मनुष्य चाहता है कि उसके जीवन मे पैसों की समस्या न हो और वह सभी भौतिक सुख उसके जीवन मे हों जो उसके जीवन जीने के लिए सहजता से उन सभी वस्तुओं को उपलब्ध करवा दी जो उसे आवश्यक है ,
इसके लिए व्यक्ति मेहनत करता है कर्म ,परिश्रम भी करता है यहां तक कि अपने जीवन को समझने के लिए ज्योतिष उपाय भी करता है मगर उसे उतनी सफलता नही मिलती जितनी सफलता वह चाहता है ।
कोई नौकरी चाहता है, कोई सरकारी नौकरी चाहता है, किसी का व्यापार बन्द है, किसी का कार्य रुक गया है
इन सभी समस्याओं का एक मात्र उपाय है ,
माँ आसुरी लक्ष्मी उपासना और आसुरी लक्ष्मी कवच धारण करना अथवा आसुरी श्री यंत्र की स्थापना करना ।
इससे व्यक्ति के धन के मार्ग बनने लगते हैं ।
उन सभी से सिर्फ हमारा इतना ही कहना है जो यह हम मन्त्र दे रहे हैं आप आसुरी लक्ष्मी कवच ले कर आसुरी श्री यंत्र माला लेकर ही इस मन्त्र का जाप करें ,
माला से स्वयम चमत्कार दिखेगा ।

मन्त्र- ॐ भ्रीं ह्रीं आसुरी लक्ष्मयैः ह्रीं भ्रीं फट

आप दिन में किसी भी समय पूजा स्थल पर बैठ इस मन्त्र का 51 मेला जाप करें ,
कुछ ही दिनों में आपको अपने जीवन मे बदलाव नजर आने लगेगा रुके हुए कार्य पूर्ण होने लगेंगे।
हर तरफ से पैसों के मार्ग बनने लगेंगे जब आपको पूर्ण विश्वास हो जाये तब आप आसुरी लक्ष्मी कवच मंगवा कर धारण कर लें ।
इससे आपके अंदर बनने वाली ऊर्जा तेजी से आपके तरफ धन आकर्षण करेगी और नित्य आकस्मिक धन लाभ के भी मार्ग बनने लगेंगे ।
आसुरी लक्ष्मी माँ लक्ष्मी का वह स्वरूप हैं जिनकी स्थापना दैत्य गुरु शुक्राचार्य जी ने असुर लोक में करवाई थी ,
यही एक तथ्य है असुरों की वैभव सम्पन्नता का माँ आसुरी लक्ष्मी वह शक्ति हैं जिनकी साधना से व्यक्ति का जीवन बदलने लगता है और कभी धन की कमी नही होती ।
बहुत सारे लोग आसुरी शब्द से भयभीत हो जाते हैं उन्हें लगता है कि यह कोई बुरी ऊर्जा है , मगर ऐसा नही है आसुरी का अर्थ यहां तीक्ष्णता से है और असुरों के कठोर तप के बाद मिलने वाले विशिष्ट फल प्राप्ति से है ।
असुरों में भी भगवान के बहुत बड़े भक्त हुए हैं पहलाद,बली, विभीषण आदि यह सब भगवान नारायण के अनन्य भक्त थे…..!
आसुरी लक्ष्मी कवच धारण करने और आपके जीवन की दुख दरिद्रता का नाश होगा एक अलग सी ऊर्जा आपके जीवन मे धन के मार्ग प्रशस्त्र करेगी साथ ही आप पर हावी हो रही नकारात्मक ऊर्जा से आपकी रक्षा करेगी ।


51 mala jaap करें|

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